हर बेटी-बहन स्वाबलंबी बनें ताकि देश को अलग पहचान मिल सकें। आज भारत में बेटियां लगभग हर क्षेत्र में आगे हैं। सुधा को मैंने नौकरी देकर एक बेटी और बहन को आत्मनिर्भर बनने की राह दिखाई है। बेटियों में संभावनाएं तो बहुत हैं बस जरूरत है उसे पहचानने की। सुधा अच्छा काम करें तरक्की करें […]
बेटियां इसकी या उसकी नहीं सभी की होती हैं। एक बेटी को स्वाबलंबी बनाने से एक समाज स्वाबलंबी होता है। गौरी जैसी बेटी को सीजे डार्सल ने अपनी कंपनी में स्थान देकर कोई ऐहसान नहीं किया है इस बच्ची ने अपनी योग्यता के बल पर स्थान पाया है, ऐसी बेटियों के लिए निष्काम भाव से […]
एक बेटी अगर सबल बनती है तो पूरा समाज और देश उस पर गर्व करता है। हमने संजना को नौकरी देकर कोई ऐहसान नहीं किया है, बल्कि एक बेटी को स्वाबलंबी बनाने में कदम रखा है। ऐसी सोच अब हर किसी को रखनी पड़ेगी। क्योंकि बेटियां सिर्फ घर ही नहीं बल्कि, कंपनी भी चला सकती […]